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बास्केटबॉल के खिलाड़ियों ने देखा परसा केते का नया जंगल, कहा-अदाणी की यह अविश्वसनीय पहल

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कोयला खदान का भी किया दौरा, खनन प्रक्रिया की आधुनिक तकनीकों को जाना

अंबिकापुर; 18 जुलाई 2024:  जिले के उदयपुर ब्लॉक में स्थित राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड की फाइव स्टार रेटेड परसा ईस्ट केते बासेन (पीईकेबी) कोयला खदान में बुधवार को सरगुजा बास्केटबॉल अकादमी के खिलाड़ियों ने दौरा किया। इन सभी ने पूर्ण सुरक्षा मानदंडों के साथ खनन विभाग के पर्यवेक्षण में पीईकेबी कोयला खदान को देखा और खनन प्रक्रिया की आधुनिक तकनीकों की जानकारी ली। इस दौरान इन खिलाड़ियों ने अदाणी एंटरप्राइजेज द्वारा करीब 466 हेक्टेयर में किये गए वनीकरण को देखा। वहीं साल वृक्ष के पुनर्जनन प्रक्रिया से बनाई गई नर्सरी को देख अचंभित नजर आए। इस दौरान बागवानी विभाग के प्रभारी कमलेश उपाध्याय ने खदान के रेकलैमेड क्षेत्र में वनीकरण की आधुनिक पद्धति के बारे में जानकारी दी। इन सभी खिलाड़ियों ने यहां एक-एक पौधा लगाकर अदाणी द्वारा चलाए जा रहे नए जंगल के निर्माण की मुहिम में अपनी सहभागिता प्रदान की।



अदाणी  एंटरप्राइजेज के जनसंचार विभाग द्वारा 17 जुलाई को आयोजित इस शैक्षिक दौरा कार्यक्रम में सरगुजा से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बास्केटबॉल खेल चुकीं 20 बालिकाओं में कु. प्रज्ञा मिश्रा, खुशबू गुप्ता, प्रिया जायसवाल, प्रियंका पैकरा, साक्षी तिर्की, शबनम नाज इत्यादि और 10 बालकों में विक्की भगत, अभिषेक शर्मा,आयुष्मान यादव, आयुष चौबे इत्यादि सहित करीब 30 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर अकादमी के कोच राजेश प्रताप सिंह तथा सदस्य अमितेश पांडे भी मौजूद थे। यहां इन सभी ने पूर्ण सुरक्षा मानदंडों के साथ खनन विभाग के पर्यवेक्षण में पीईकेबी कोयला खदान को देखा और खनन प्रक्रिया की आधुनिक तकनीकों की जानकारी ली। इस दौरान इन खिलाड़ियों ने अदाणी एंटरप्राइजेज द्वारा करीब 466 हेक्टेयर में किये गए वनीकरण को देखा। वहीं साल वृक्ष के पुनर्जनन प्रक्रिया से बनाई गई नर्सरी को देख अचंभित नजर आए। भ्रमण में बागवानी विभाग के प्रभारी कमलेश उपाध्याय ने खदान के रेकलैमेड क्षेत्र में वनीकरण की आधुनिक पद्धति के बारे में जानकारी दी। इन सभी खिलाड़ियों ने यहां एक-एक पौधा लगाकर अदाणी द्वारा चलाए जा रहे नए जंगल के निर्माण की मुहिम में अपनी सहभागिता प्रदान की।



इस मौके पर खिलाड़ी कु. प्रिया जायसवाल ने कहा कि, “हम सभी अंबिकापुर में अलग अलग स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ते हैं। हमें यह मिथ्य था की अदाणी, कोल माइनिंग के लिए पेड़ों को सिर्फ काटते हैं लेकिन आज यहां आकर और वनीकरण क्षेत्र तथा प्रक्रिया को जानकर अब सारा संदेह खत्म हो गया है। आज हमें यह मालूम हुआ कि कोयला खदान के लिए जितने पेड़ काटते हैं उससे कई गुना पेड़ों का रोपण भी करते हैं, जो हमें यहां दिख रहा है। यहां हमने खनन की आधुनिक प्रक्रिया को भी करीब से जाना है। यह सब जानकार हमें बहुत अच्छा लगा।“

इस दौरान अदाणी एंटरप्राइजेज के मानव संसाधन विभाग के क्लस्टर प्रमुख राम द्विवेदी ने इन खिलाड़ियों की हौसलों की प्रशंसा करते हुए उन्हें उनके खेल में कड़ी मेहनत करने और छत्तीसगढ़ प्रदेश सहित जिले का नाम रोशन करने की बात कही। इसके पश्चात विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक गजेन्द्र राजावत ने इन सभी को कोयला खनन की पूरी प्रक्रिया को कंप्युटर पीपीटी प्रेज़न्टेशन के द्वारा समझायी गई। अदाणी फाउंडेशन के सौरभ सिंह और प्राचार्य आशीष पांडे ने भ्रमण के अंत में इन, जिले के सुदूर आदिवासी अंचल के ग्राम साल्ही में चल रहे केन्द्रीय शिक्षा पद्धति पर आधारित आधुनिक स्कूल अदाणी विद्या मंदिर को भी देखा।


उल्लेखनीय है कि अदाणी फाउंडेशन द्वारा सामुदायिक सरोकारों के तहत संचालित इस स्कूल में पढ़ने वाले सभी 900 से अधिक विद्यार्थीयों को टैब व स्मार्ट क्लासेस से सुसज्जित निःशुल्क पढ़ाई कराई जाती है साथ ही नाश्ता, खाना, किताब कॉपी, स्कूल बैग, स्कूल यूनिफॉर्म, जूते इत्यादि भी मुफ्त में दिए जाते हैं। वहीं स्थानीय युवाओं को जेईई व नीट जैसी परीक्षा की तैयारी भी ऑनलाइन के द्वारा प्रसिद्ध कोचिंग के शिक्षकों से जोड़कर कराई जाती है।

Chhattisgarhiya News
Author: Chhattisgarhiya News

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