मवेशी ट्रेन से कटे तो इसके लिए पशु मालिक है जिम्मेदार
पैसेंजर व ट्रेनों की सुरक्षा के लिए रेलवे का पशु मालिकों के खिलाफ रेल अधिनियम में प्रकरण दर्ज होना चाहिए। क्योंकि पशु मालिको का अपने पशुओं पर कोई नियंत्रण नहीं है ,आज जहां देखा जाए ,पशु रोड पर, शहर में ,रेलवे ट्रैक पर यहां वहां विचरण करते दिखाई देते है , इन बेजुबान पशुओं का कोई दोष नही पर पशु मालिको का दोष जरूर है ।
रेलवे लाइन पर घूमते मवेशी ट्रेनों की चपेट में आने से कट जाते हैं। ऐसे में बड़े जानवरों के इंजिन के सामने आने से उनकी जान तो जाती ही है, साथ ही इससे रेल इंजिन को भी नुकसान होता है। इंजिन में टूट-फूट या नुकसान होने पर ड्राइवर को मजबूरन ट्रेन को रोकना पड़ता है। ऐसे में जब तक मैकेनिकल डिपार्टमेंट की ओर से इंजिन की जांच कर फिट नहीं घोषित किया जाता तब तक ट्रेन खड़ी रहती है या इंजिन बदला जाता है। अचानक ब्रेक लगाने से कोच पटरी से उतरने का भी खतरा रहता है। रेलवे ट्रैक पर आए दिन होने वाली इन घटनाओं को लेकर अब रेलवे की तरफ से पशु मालिकों पर ही कार्रवाई की जानी चाहिए। जानकारी के मुताबिक रेलवे ने पालतू पशुओं/मवेशियों के रेलवे लाइन पर आने से संरक्षा, सुरक्षा एवं समयपालनता को खतरा माना है।
पशुपालकों से अपील है कि पालतू पशुओं को रेलवे ट्रैक के आसपास ना लेकर जाएं। यदि कोई घटना होती है तो पशु मालिकों के खिलाफ रेलवे की तरफ से कार्यवाही की जानी चाहिए ताकि पशुओं की जान बच सके वो सुरक्षित रह सके
मवेशी ट्रेन से कटे तो इसके लिए पशु मालिक है जिम्मेदार
- Pooja Jaiswal
- June 20, 2024
- 12:15 pm
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